तू मुझसे प्यार करती है मैं तुझसे प्यार करता हूँ
नामुमकिन को मुमकिन कर मैं एक इकरार करता हूँ तुम्हें पाने की हर कोशिश मैं हर बार करता हूँ जमाना क्या कभी समझेगा हमदोनों का ये रिश्ता तू मुझसे प्यार करती है मैं तुझसे प्यार करता हूँ सड़क लम्बी हो या छोटी सफर होता है सुहाना जो तू साथ ना होती तो लगता है वीराना तू मेरी दीवानी है मैं तेरा दीवाना हूँ जो तू मिल गई तो जिंदा हूँ वरना गुजरा जमाना हूँ कोई किस्सा कभी बढ़ कर कोई दास्तान बन बैठा किसी अजनबी से यूं मिलकर कोई अनजान बन बैठा अभी तक टूटते देखे है हमने भी कई रिश्तें मगर हम जान बन बैठे यही पहचान बन बैठा लड़खड़ाती मोहब्बत तो कहीं दम तोड़ देती है मस्ती में कभी कश्ती किनारा छोड़ देती है नई मंजिल नया रस्ता भी तो कल मोड़ देती है मुसाफिर भी बदलते है अपने इरादों को कभी हालात तो कभी हाल यूँ दम तोड़ देती है कल तुम भी अकेली थी और हम भी अकेले थे था नभ में चाँद फिर तन्हा सितारों के मेले थे थोड़ा सा पास तुम आई थोड़ा सा पास मैं आया अब बस हम ही हम लिपटे दूर सारे झमेले थे जिसे दुनिया समझती हो वो बस एक छोटा समाज है या यूँ समझो कि भड़की है कोई जंगल की आग है हमारी जोड़ी सावन सी झमाझम बरसात है कब ...