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Showing posts from August, 2023

A new mindset is even better than a new place !

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कभी-कभी हममें से सभी को यही लगता है कि ये जगह ही मनहूस है ,कहाँ आ कर फंस गए यार ,कुछ भी ठीक नहीं सब के सब बेकार ; I am in a wrong place . It's my bad luck ....... और धीरे-धीरे यही सोच हमें negativity की नदी में बहाते हुए डिप्रेशन के सागर तक पहुंचा देती है । ऐसा लगता है यहाँ तो कुछ हो ही नहीं सकता और बार-बार हमारे मन की चौखट पे एक विचार दस्तक देने लगता है :- it's enough ,It is the time to move to a new place ....... फिर हम इस जगह से कटने का अवसर तलाशने लगते है और जिस energy and confidence के साथ हमें अपने work पर focus करना चाहिए नहीं कर पाते ,क्योंकि अपने Surroundings के साथ बेहतर तरीके से connect होना बेहद जरूरी है । हम जहाँ भी रहते है उस जगह की एक-एक thing हमारे Aura का हिस्सा बन जाती है । और जब हम निराशा के साथ बेमन से समय गुजारते है तो ये Environment के साथ disconnection हमारी real capacity को कमजोर करती है और हम अपना बेस्ट देकर भी success से दूर रह जाते है । इसलिए जरूरी है कि हम हर पल एक positive mind and spiritual soul के साथ अपने efforts जारी रखे । 🧡✍️💙 Then ,there is

❤️ The Words of Soulmate 💖

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एक ऐसी Communication जहाँ ना कोई hurry हो और ना कभी Worry हो ,ना कोई समय की पाबंदी हो ना ही किसी Hi hello वाली formalities की बंदिश । जब बातें हो तो ये पता ही ना चल पाए कि कब सुबह से शाम हो गई और कैसे रात से सुबह । घण्टों बातें करने के बाद भी लगे कि अभी तो कुछ पल ही हुई बातें । और अगर कभी कुछ दिनों तक किसी वजह से बात ना हो पाए ठीक से तो बातें store हो फिर जब कभी मिले पल फुरसत के तो ये step by step कम्युनिकेशन फ्लोर पे एक्स्प्लोर हो । एक ऐसा रिश्ता जिसमें सबकुछ बताना हो ,जिससे कुछ भी ना छुपाना हो ,जो सुनना चाहता हो हमारी हर बात ,जिसे वास्ता हो हमारे हर सुख-दुःख से ,Real लाइफ की reality से जो हो पल-पल हर पल वाकिफ़ ,यही तो है the definition ऑफ पार्टनरशिप I mean the true relationship ...... तो फिर क्यों ना रहे हम बेकरार कैसे ना करे इंतजार उसका जिसने बनाया है Love ,believe ,understanding ,trust and faith ........ One who is committed to cooperate , Yes ! The Words of Soulmate .......        🌳 🌱SwAsh💚

Love your commitment before commit your love !

Love your commitment before commit your love ....... कसमें ,वादें ,प्यार ,वफ़ा सब बातें है बातों का क्या ? मगर ये बातें महज बातें नहीं रह जाती जब किसी relatonship की ,किसी कनेक्शन की बुनियाद इस पर आधारित हो । ये कोई need या dare वाला गेम नहीं बल्कि किसी के dreams के dreams come true होने का सवाल है । बात भी सही है अरे commitment तभी करों ना जब आप sure हो और सबसे important ये है कि as a person आप pure हो । यूँ आधे-अधूरे मन से किसी की feelings और emotions को strong करना और फिर उसकी उम्मीदों पर family ,career , situations ,conditions ,society ,caste ,community आदि का हवाला देकर पानी फेर देना ,उसकी भावनाओं के साथ खेलना पाप है पाप । आप तो बस अपनी problems बता कर निकल लेते हो मगर आपकी इस Sorry के उस ओर बड़ी खामोशी से सिसक रहा होता है एक दिल और सुलग रही होती है दो आँखें ,जिनमें ना तो आपने प्यार की जगह छोड़ी है और ना इंतजार की वजह । आसां नहीं है मेरे दोस्त किसी को यूँ ही अपने दिल में जगह देना और अगर बस जाये कोई तो उसे निकाल पाना और भी मुश्किल । अगर निभाना हो तभी कोई रिश्ता बनाओं वरना कम से कम ये

क्या पाया है हमने इंसान होकर !

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सितम रास्तों के ना जिसने सहे है , सफर जिन्दगी का क्या उसको पता है ? ना हारे हो तुम ना जिताये गए हो ; बस इतना समझ लो ,आजमाए गए हो । साँसों की दरिया और समंदर ये साँसें जो ना मिल सके तो तुम्हारी खता है । आधे-अधूरे से क्यों अपनेपन को अपने ही भीतर छुपाए हुए हो । अतिज्ञान का ये कैसा भरम है अधर में है लटकी ज्ञान की जो लता है । अहंकार का बीज यूँ ही ना पालो अभिमानी भी तुम बनाए गए हो । खिले जो कल एक फूल बन के काँटों की भी उसमें बड़ी भूमिका है । फुले ना समाना बन के सुमन तुम बस इतना समझना खिलाए गए हो । कुछ भी ना तेरा ना मेरा यहाँ पे जो हिस्सा है वो पल भर का किस्सा है । ये किस मोह से खुद को उलझाए हुए हो ! रहेगा तो बस प्रेम ही जो रहा है बचा है ,बसा है ,अड़ा है ,रमा है । झाँको हृदय में क्या पाए हुए हो ? सितम रास्तों के ना जिसने सहे है , सफर जिन्दगी का क्या उसको पता है ? ना हारे हो तुम ना जिताये गए हो ; बस इतना समझ लो ,आजमाए गए हो ।        🌳 🌱SwAsh💚                   ❤️ ✍️shabdon🧡ke💙ashish✍️

अभ्यर्थी की व्यथा ✍️

मेरे तलमलाने पे यूँ ना उँगली उठाओ अभ्यर्थी हूँ कोई शराबी नहीं हूँ किसी भी वजह से सर को झुका दे जो मैं ऐसी कोई खराबी नहीं हूँ पढ़ा लिखा नशा है मेहनती आँखों में चढ़ गया होगा फिर किसी किताब के मोहब्बत में पड़ गया होगा उतर जायेगा या फिर और बढ़ जायेगा फ़िलहाल कोई भविष्यवाणी नहीं होगी इस नशे से बच गई जो जवानी उसकी अलग कहानी रही होगी उतार कर आप ही उतर जाएगा ये किसी नई नवेली प्रतियोगिता का नशा या फिर किसी पुराने इम्तिहान की भेंट चढ़ जाएगा बिगाड़ कर आप ही अपनी दशा वो जो सवाल उठा रहे है मेरे हाल पे शक है जिन्हें जरा सा भी मेरी चाल पे उनसे मेरा एक सवाल है कभी तड़के जल्दी जग के घनघोर अंधेरे में नहा धो कर निकलना पड़े पहले सवेरे के जूझ कर समय और सवाल से झुर्रियों से काले फ़टे होंठ जो थे हल्के गुलाबी या फिर लाल से दिन भर की अनवरत थकान के बिस्तर करीब हो दर्द से टूटता हर एक अंग फिर नींद कैसे नसीब हो करवट बदलने की चाहत में भी हालत अजीब हो भगवान ना करें कि कोई इतना गरीब हो सफल हो गए जो कल तो कहेंगे ये उस पल कि हम आज इनको जलाने लगे है पैर तो आपके भी रहे है कांप क्या आप भी मैख़ाने में जाने लगे है या फिर सूंघ कर मेरी

मैं तुमसे प्रीत लगा बैठा ❤️

देश बंद था जब चारदीवारी में  परेशान थे सब महामारी से  कम ही सब मुस्काते थे  जब खुद से ही बतियाते थे  चौखट के भीतर जीना था  वही खाना था वही पीना था चारों ओर निराशा थी  ना चंचल मन में आशा थी  मैं शायर था तन्हाई का मिलन की गजल मैं गा बैठा  जब तुमने दिल पे दस्तक दी  मैं कल को पल बना बैठा  मन से मनमीत मैं पा बैठा  मैं तुमसे प्रीत लगा बैठा  मैं तुमसे प्रीत लगा बैठा ....❤️ ना सुबह को कोई जल्दी थी  शाम को भी आराम ही था  किताबों के बीच फोन रखा  और मुझे क्या काम ही था  जब भी कम्पन्न सी होती थी  भागे-भागे से आते थे  पन्नों के दर्पण में पड़ी तुम फिर मन से मन को मिलाते थे घड़ियां कट रही थी कभी इंतजार में तो कभी चित्रहार में  एक अलग ही मजा था इस अनकहे इजहार में दबे-दबे से इकरार में  पड़ने लगे थे दो दिल एक-दूजे के प्यार में  बस बातों और अल्फाजों से ख्वाब को अपना बना बैठा रफ्ता-रफ्ता हौले-हौले दो जिस्म एक जां बना बैठा मिले बिना भी मिल जाने कि नई एक रीत चला  बैठा मैं तुमसे प्रीत लगा बैठा  मैं तुमसे प्रीत लगा बैठा ....🧡 कब मिलेंगें कहाँ मिलेंगें कैसे मिलेंगें कितना मिलेंगे ! लोगों के बीच ये बस फिजूल की बह