Love your commitment before commit your love !


Love your commitment before commit your love .......

कसमें ,वादें ,प्यार ,वफ़ा सब बातें है बातों का क्या ? मगर ये बातें महज बातें नहीं रह जाती जब किसी relatonship की ,किसी कनेक्शन की बुनियाद इस पर आधारित हो । ये कोई need या dare वाला गेम नहीं बल्कि किसी के dreams के dreams come true होने का सवाल है ।

बात भी सही है अरे commitment तभी करों ना जब आप sure हो और सबसे important ये है कि as a person आप pure हो । यूँ आधे-अधूरे मन से किसी की feelings और emotions को strong करना और फिर उसकी उम्मीदों पर family ,career , situations ,conditions ,society ,caste ,community आदि का हवाला देकर पानी फेर देना ,उसकी भावनाओं के साथ खेलना पाप है पाप । आप तो बस अपनी problems बता कर निकल लेते हो मगर आपकी इस Sorry के उस ओर बड़ी खामोशी से सिसक रहा होता है एक दिल और सुलग रही होती है दो आँखें ,जिनमें ना तो आपने प्यार की जगह छोड़ी है और ना इंतजार की वजह ।

आसां नहीं है मेरे दोस्त किसी को यूँ ही अपने दिल में जगह देना और अगर बस जाये कोई तो उसे निकाल पाना और भी मुश्किल ।

अगर निभाना हो तभी कोई रिश्ता बनाओं वरना कम से कम ये कोरी उम्मीद तो ना ही जगाओ ।

Connecting with heart is never a deal , so it is necessary to feel first then seal your love .......

       🌳
🌱SwAsh💚

Comments

Popular posts from this blog

उबल रही है :- चाय या फिर यादें ☕

नूर-ए-हिन्द - " कोहिनूर " 💖

मगर कब तक ?