सफर - #चलना_है_तेरे_संग

चलना है तेरे संग
कब तक
साँस चलेगी
जब तक
चाँद भी उतरेगा कभी
चूम लेगी उसको जमीं
इन पंछियों से कह दो
शोर ना करे
हवाओं से कह दो
कोई जोर ना करे
गवाह है आज भी
हम तन्हा थे यहीं कहीं
लो आज आये है वो
जो कल तक साथ थे नहीं
कुछ बातें थी दिल में दबी
आयेंगी जुबां पे अभी
होने दो मुलाकातें तभी
साथ साथ चलना है
इन तंग पगडंडियों पर
दूर तक खत्म ना हो
ये सफर
मेरे हमसफर
देख लेंगे कभी किसी बगियाँ में
झूमते हुए पेड़ों को
कभी चटकती खेतों की
उलझी सुलझी मेढ़ों को
कभी तराश लेंगे खुद को
देख कर किसी आहर में
अपनी परछाई
देख एक तेरे आने से
अब दूर तलक नहीं बची
कहीं भी तन्हाई
आ जा की अब
शाम होने को आई .....
आ जा की अब
शाम होने को आई !!!!!

#AK47

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