The Examination of Life ✍️


जिन्दगी एक आधी खुली और आधी बंद प्रतियोगिता है , खुली उनके लिए जिन्हें बस दूसरों की चुनौतियों का सामना करना है , बंद उनके लिए जो आजीवन चंद अपनों और कभी-कभी तो स्वयं से ही संघर्ष करते रह जाते है ; मगर देश की आधी आबादी जिसे नारी शक्ति का दर्जा प्राप्त है उन्हें इस चारदीवारी के भीतर और बाहर दोनों ओर की दुनिया से कदम-कदम पर लड़ना पड़ता है । 

जिन्दगी एक exam की तरह है जो कई shifts में विभिन्न केंद्रों पर जारी रहती है । मजेदार बात तो ये है कि सबको दूसरे की shift और questions दोनों easy ही लगते है ख़ैर ये लाज़िम भी है । सबको अपना दुःख बड़ा , अपने काम भारी और अपनी life औरों के मुकाबले कुछ ज्यादा ही tough लगती है । तुम्हारा दुःख तो चींटी है चींटी मेरा वाला अफ्रीकन हाथी ,तेरा काम तो बस केंचुआ है केंचुआ मेरा वाला एक वयस्क एनाकोंडा ,your daily routine is just like a commercial plane ना in fact मेरी वाली तो मुंबई की local है लोकल , तुम्हारी लाइफ तो फिर भी बहुत smooth है मेरी वाली तो इतनी rough और tough है तुम्हे कैसे समझ में आ सकती है भला ।

 यही सब हमें अपने समाज में अक्सर सुनने को मिलते है , चेहरे और आवाज भले बदल जाये मगर सुर और ताल तो यही रहता है । 

कभी-कभी तो ये समझ में ही नहीं आता कि सफलता छुपानी है या फिर असफलता गिनवानी । दरअसल रोचक तथ्य तो ये है कि असफलाओं की series के बखान के बाद आहिस्ते से Success को reveal करो और बटोर लो ज़माने भर की वाह-वाही । आजकल तो ये भी देखने लायक है कि असफल लोगों को मदद मिले या ना मिले social media पर sympathy तो भर-भर के मिल ही जाती है । 

The world is reacting with so many emogies now a days on your achievement and failure both , even the second one attracts more traffic's , that's it !

@shabdon_ke_ashish ✍️

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